In this healing I acces the Akasha,i.e. the Akashic library and access your past life with complete data of your Karmas,Patterns,Vows & Contracts,Traumas,Phobias etc.
In Akasha patterns of many lives can be accessed and healed completely as if the situation was never their.It takes few months to settle down the energies of the Akasha with us and the healing done is completely syncronized as soon as the frequency matches to be HEALED.
In this healing i just need your photograph and your Full Name.
Jyotikant Singh –
मधु जी,ये मैं जानता हूं के आप गौतम बुद्ध हैं।ये मैंने तब देखा था जब आपने मेरा past life regression किया था।मैं आपका स्टूडेंट था।तब मुझमें इतनी ऊर्जा भी नही थी के मैं past life देख पाता लेकिन एक जन्म में आपने मेरा शक्तिपात किया था यही बात जब आपको एकदम याद आई तो आपने फिर मेरा शक्तिपात किया जिससे कुंडलिनी मेरी तुरंत उठी और मेरी दृष्टि पल भर में खुल गई और हैरानी है की सिद्ध भी हो गई। इससे मुझे स्मरण आया के ये आप तब करी थी जब मैं बुद्ध का स्टूडेंट था और वो ऐसे ही शक्तिपात करते थे अपने सभी शिष्यों का।वो गौतम बुद्ध आप ही थी जिसे मैंने प्रकट देखा था।आपको मैंने तब दुर्गा मां के रूप में देखा था।ऐसा लगा जैसे आप ही दुर्गा हैं और मेरा शक्तिपात की हों।उसके बाद मैं चुपचाप आपको दुर्गा नमन करने लगा और यहां पे मैं बताना चाहता हू के हर महान हस्ती जन्म मरण में है और हर किसी का अब भी जन्म हो रहा है फिर इतनी हैरानी क्यों के ये बुद्ध हैं।इनकी जागृति वही जानते हैं जो इनसे हीलिंग कराए हैं।कैंसर लास्ट स्टेज का patient भी अगर मरते मरते बच जाए तो क्या ये काम हैरानी की बात थी।मुझे यहां एक कमेंट अच्छा नहीं लगा तो मैने ये लिखा।मैं नमन करता हूं और अब फिर से दुर्गा मां ही मुंह से निकलता है क्योंकि ये तब की आदत थी मेरी।और यही बात मैं वेबसाइट पे भी लिखूंगा क्यों की मां अपनी तारीफ नहीं करती हैं लेकिन लोग बुरा बोलने में हिचकते नहीं है।बुरा लगे मुझे तो लिख दिया। बाकी जो सत्य है यही है।वो आडंबर नही करती इसीलिए आम घरेलू महिला लगी है।कोई माने ना माने “बुद्ध” वापिस आ चुके हैं और इतने शक्ति के साथ आ चुके है जिससे मानव कल्याण होना निश्चित ही है।यही अंतिम जन्म है मां का और यही उनका कर्म है कल्याण करना हर जन्म।हर जन्म healer है।मैं खुशनसीब हूं के मैं उन्हें ढूंढ पाया और ये मैने प्रत्यक्ष देखा के बिल्कुल यही नारी “बुद्धा” हैं।वही धैर्य आज भी है जो तब थी। तभी सिखाया था।किसी को याद हो तो देख लो।विपासना और निर्वाण के गुलाम नहीं थे बुद्ध।ऐसे कई अविष्कार किए थे जो कोई जानता भी नहीं।अब जानेंगे।मैंने जाना मां को तो जुड़ गया,अब आप जाने और आपकी जागृति।यही सत्य है यही सत्य यही सत्य है।